Sardinia, Italy: I had already presented some images from the 2 thousand year old Nuraghe-making culture of Sardinia island. Today's images are of a round stone building from a Nuragic village. Along the inner wall, it has a stone ledge for seating of people. According to the guide this roofless building was a meeting room where decision-makers of the community met. I thought that it could have been a prayer room, but in reality, how did the ancient people use it, who can tell that? May be only some archeologist or paleo-anthropologist can answer similar curiosities.
सरदेनिया, इटलीः सरदेनिया द्वीप की दो हज़ार वर्ष प्राचीन नुरागे बनाने वाली सभ्यता के बारे में पहले भी कुछ तस्वीरें प्रस्तुत की थीं. आज प्रस्तुत है उसी प्राचीन गाँव से एक गोल आकार का पत्थरों से बना भवन. इसमें भीतर दीवार के साथ साथ वहाँ बैठने के लिए पत्थर की मुँडेर बनी है. गाइड के अनुसार यह ऊपर से खुला भवन शायद सभा कक्ष था जहाँ समुदाय के निर्णय लेने वाले लोग बैठते थे. मुझे लगा कि यह प्रार्थना कक्ष भी हो सकता था, लेकिन सच में इसका क्या उपयोग होता था, यह कौन कह सकता है? इस तरह की जिज्ञासाओं के उत्तर तो शायद कोई पुरात्तव विज्ञान या प्राचीन सभ्यताओं के मानव व्यवहार विज्ञान के विषेशज्ञ ही दे सकते हैं!
Sardegna, Italia:Avevo già presentato alcune immagini dall'antica cultura che costruiva nuraghe due mila anni fa sull'isola di Sardegna. Le immagini di oggi hanno un edificio circolare costruito con le pietre. Lungo la sua parete interna, c'è una struttura di pietre per far sedere le persone. Secondo la guida questa struttura serviva per le riunioni degli anziani della comunità. Ho pensato che poteva essere anche un edificio addibito alla preghiera, ma come si può scoprire le realtà del passato? Forse solo un archeologo o un paleo-antropologo può rispondere a curiosità simili.
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सुनील जी चित्र सुंदर हैं।
ReplyDeleteआप के ब्लाग पर ब्लाग सर्च विजेट लगाएँ। कभी कोई चित्र तलाश करना हो तो परेशानी होती है।
धन्यवाद दिनेश जी. जैसे आप ने कहा, सर्च विजेट लगाऊँगा. :)
Deleteगाँवों में जब झोपड़ी देखता हूँ वे भी गोलाकार होती है. चोरस/चकोर आकार शायद हमने बाद में अपनाया. यहाँ भी यही चीज दिख रही है.
ReplyDeleteकुछ पुरातन अवशेष ऐसे भी हैं जहाँ घरों में छते नहीं होती थी, तो कुछ में उपर द्वार होते थे और आने-जाने के रास्ते छतें होती थी.
यानी घर का रास्ता बहुत लम्बा तय किया है हमने, प्रयोग दर प्रयोग :)
मैंने यह भी पढ़ा है कि गोलाकार के भवन बनाना अधिक कठिन होता है इसलिए पहले मकान चकोर बने. इस सभ्यता में चकोरार भवन भी हैं, बस एक यही गोल था. :)
Deletenice read
ReplyDeleteThanks Mukhtiar
DeleteNice post and photos.
ReplyDeleteThanks Rupam
DeleteVery good pictures! I have never been to Sardinia, but it seems like a peaceful and beautiful corner of the world.
ReplyDeleteYes indeed Sardinia very relaxed and peaceful, though many places are not very green, but rather dry and brown in colour! :)
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