Jerusalem: During my recent journey in Palestine and Israel, I heard the sounds of God in different forms. In the murmured prayers of the church where Jesus was buried, in the song "Jerusalem" sung by young Jew men, in the morning call to prayer rising from the mosques. The images of today are of the streets of Old Jerusalem with persons of different faiths.
जेरूसल्मः मुझे अपनी पालिस्टाइम-इज़राइल यात्रा में भगवान की ध्वनि विभिन्न रूपों में मिली. जहाँ येसू को दफ़नाया गया था, उस गिरजाघर की प्रार्थना में, सड़क पर "जेरूसलम" गाते हुए यहूदी युवकों में, मस्ज़िद से उठती सुबह की पहली आज़ान में. आज की तस्वीरों में पुराने जेरूसल्म की गलियाँ और विभिन्न धर्मों के लोग.
Gerusalemme: Durante il mio recente viaggio in Palestina e Israele, ho sentito i suoni di Dio in diverse forme. Nelle preghiere della chiesa dove era stato sepolto Gesù, nel canto "Gerusalemme" cantato dai giovani ebrei, nella chiamata alla preghiera proveniente dalle moschee. Le immagini di oggi sono delle viuzze della vecchia Gerusalemme e delle persone di diverse religioni.
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Beautiful shots
ReplyDeleteThanks Rupam :)
Deleteअच्छे चित्र ... रोचक जानकारी ...
ReplyDeleteधन्यवाद दिगम्बर जी :)
DeleteVery nice shots!
ReplyDeleteBeauty Interprets, Expresses, Manifests the Eternal
Thanks Beloo :)
Deleteआप ने जो चित्र प्रस्तुत किये , उन से जेरुसलम अन्य शहरों सा लगा । आप की टिप्पणी अधिक रोचक है , क्योंकि वह बताती है कि वहाँ यहूदी , ईसाई और मुसलमान एक साथ मौजूद हैं ,जबकि वह मूलत: यहूदियों का नगर है ।
ReplyDeleteसुदेश जी, शायद तस्वीरें छोटी हैं इसलिए ठीक से नहीं दिखता लेकिन तीन तस्वीरों में जेरूसल्म के पुराने शहर के तीन धर्मों के विभिन्न हिस्से और वहाँ के लोग हैं. यह नहीं कह सकता कि वहाँ यहूदी अधिक हैं या मुसलमान. पूर्वी जेरूसल्म, जहाँ की जनसंख्या सबसे अधिक है, अधिकतर मुलमान हैं, बाकी शहर में यहूदी अधिक हैं जबकि ईसाई, संख्या में कम हैं. :)
Deleteवाह :)
ReplyDelete:))) धन्यवाद सुशील
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