Wednesday, 17 December 2008

Broken leg - Gamba rotta - टूटी टाँग

जेनेवा, स्विटज़रलैंडः संयुक्त राष्ट्र संघ के भवन के सामने यह टूटी टाँग वाली कुर्सी उन सभी माईन यानि बमों की याद दिलाने के लिए है जिन्हें युद्ध के दौरान ज़मीन में गाड़ दिया जाता है और जिनकी वजह से युद्ध के समाप्त होने के कई वर्षों तक बच्चे, बड़े, बूढ़े अपने टाँगे और जान खोते रहते हैं. कई बार बम से कटे पैर और टाँग देखने के बाद इस कुर्सी की कटी टाँग दिल में शूल की तरह चुभती है पर इसके बावजूद कई देश हैं जो अब भी इन बमों को बना कर बेचते हैं. भावुक नहीं होना चाहिये, वे कहते हैं, हम नहीं बनायेंगे तो कोई अन्य बनायेगा, जब तक हथियारों में पैसा है, कोई न कोई इन्हें अवश्य बनायेगा.

Geneva, Switzerland: This broken chair in front of the UN building is for reminding people about anti-personal mines that are bruied under the ground during the wars and that continue to kill and maim children and adults for years after the wars are over. I have seen persons with their legs blown off due to mines and the sight of this chair in Geneva, every time that I see it, is a stark reminder of that horror. Yet there are countries that continue to make and sell these. We should not be emotional, they say, it is just a business, if we don't do it, someone else will.

Genevra, Svizzera: Questa sedia con la gamba rotta, davanti all'edificio dell'ONU, è per ricordare le persone rese disabili e uccise dalle mine anti uomo, che continuano a mietere vittime anni dopo la fine delle guerre. Ho visto persone con le loro gambe spazzate via dalle bombe e ogni volta che vedo questo sedia, quelli ricordi tornano come un pugno nello stomaco. Ma vi sono dei paesi che continuano a fabbricare e vendere queste bombe. Non dobbiamo essere emotivi, dicono, se non li venderemo noi, lo farà qualcun altro.










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7 comments:

  1. प्रभाव छोड़ती पोस्ट.


    तीसरी वाली तस्वीर अच्छी आयी है.

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  2. सार्थक चित्र हैं। पर यह कुर्सी किस भवन के सामने लगी है यह भी बता देते तो जानकारी बढ़ती।

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  3. दिनेश जी, यह भवन संयुक्त राष्ट्र संघ का है, जहाँ विश्व मानव अधिकार कमिशन का भी दफ्तर है.

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  4. बहुत अच्छी जानकारी , प्रभावशाली फोटो।

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  5. लैंड माइन की सच्चाई दिखाती तस्वीर!

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  6. लैंड माइन की सच्चाई दिखाती तस्वीर!

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  7. हे भगवान! डरा ही दिया था.
    पर.....भले ही टूटी हुई हो. हमारे यहाँ होती तो कोई भी नेता नही छोड़ता इसे.

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