Shravana Belagola, Karnataka, India: The well known statue of Bhagwan Mahavir requires a steep climb. If you don't feel upto it, you can find carriers. And, if the climb makes you feel tired, a view of the pond and greenery below will sooth your eyes and heart.
श्रवण बेलगोल, कर्नाटक, भारतः भगवान महावीर की जगप्रसिद्ध प्रतिमा को देखने के लिए विकट चढ़ाई है. जिनके बस की बात न हो, उनके लिए पालकी वाले हैं. चढ़ते चढ़ते थक जायें तो नीचे बना सुंदर ताल और हरयाली मन को शाँती देते हैं.
Shravana Belagola, Karnataka, India: Visitare il famoso tempio del Bhagawan Mahavir richiede una lunga e difficile scalata. Se non vi sentite di affrontarla potete rivolgervi ai portatori. Se vi sentite stanchi, potete sempre guardare giù al laghetto e al verde, per sentire un senso di pace e di freschezza.
PS. अनुभूति पत्रिका के नये अंक में नव वर्ष पर बहुत सी सुंदर कविताएँ हैं, जिनके कुछ नमूने प्रस्तुत हैं. पूरा आनंद लेने के लिए पत्रिका को पढ़िये, कोई न कोई मन पसंद कविता अवश्य मिलेगी:
जितने काँटे मिले सुमन को, बढ़ती है उतनी खुशबू/खुद का परिचय संघर्षों से, यह एहसास कराने दो। (श्यामल सुमन)
भोर किरण से लाया चुनरी, ओस कणों से मुक्तक हार, जवा कुसुम के कर्ण फूल औ, बदली से कजरे की धार (शशि पाधा)
गुज़रो न बस क़रीब से ख़याल की तरह, आ जाओ ज़िंदगी में नए साल की तरह
कब तक तने रहोगे यूँ ही पेड़ की तरह, झुक कर गले मिलो कभी तो डाल की तरह (कविता किरण)
नव-प्रभाती गुनगुनाकर जो किरण उतरी धरा पर,मैं उसी के नाम लिखने जा रही हूं नव सृजन को। (निर्मला जोशी)
जिन पर छाई है पुराने बरस की यादें, तितलियाँ बन, छूती मेरे फूलों को, मेरे हरे को (राकेश नारायण)
प्रतिमा महावीर की न हो कर बाहुबली की होनी चाहिए. (जहाँ तक मुझे ज्ञात है)
ReplyDeleteबाहुबलि क्या महावीर का ही रूप नहीं हैं? या उन्हें अलग से तीर्थाकार माना जाता है?
ReplyDeleteबाहुबली तिर्थंकर नहीं है. वे एक चक्रवति सम्राट भरत के भाई थे, मगर शक्ति में सम्राट से कहीं आगे थे. युद्ध में भाई को मारने के लिए हाथ उठा मगर तभी हृदय परिवर्तन हुआ. उठे हाथ से अपने बाल लोच सन्यास ले लिया. लम्बी तपस्या के दौरान शरीर पर बैलें चढ गई, पक्षियों ने घोसँले बना लिए. (उक्त मूर्ति में बैलें दिखाई देती है). फिर केवल ज्ञान को प्राप्त हो कर मोक्ष में गए. यह महावीर से पहले की घटना है.
ReplyDeleteसंजय इस जानकारी के लिए धन्यवाद. वहाँ की स्थानीय क्रिशचियन ननस् मुझे यह मंदिर दिखाने ले गयी थीं लेकिन शायद उन्हें यह पूरी बात नहीं मालूम थी.
ReplyDeleteसुंदर चित्र।
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