Shravana Belagola, Karnataka, India: Bhagwan Bahubali was second son of first Teerthankar of Jain, and fight with his elder brother led to his renouncement of the world. On the way to the temple at the top of Vindyagiri, there are statues depicting this story.
श्रवण बेलगोल, कर्नाटक, भारतः भगवान बाहुबली गोमटेश्वर प्रथम जैन तीर्थंकर वृषभनाथ के दूसरे पुत्र और अयोध्यापति भरत के छोटे भाई थे. बड़े भाई से युद्ध करना पड़ा तो जगत से विरक्त हो गये और तपस्या करने लगे. विंध्यागिरी पर्वत पर चढ़ते समय रास्ते में इसी कहानी को दिखाती मूर्तियाँ दिखती हैं.
Shravana Belagola, Karnataka, India: Bhagwan Bahubali era il secondo figlio di Vrishabhnath, il primo Tirthankar (santo) dei Gaini, il quale aveva deciso di rinunciare al mondo a seguito di un conflitto con il fratello. Sulla via per arrivare al suo tempio in cima alla collina Vindyragiri, le statue raccontano la sua storia.
लगता है, आपने काफी खोजबीन की है बाहुबली के बारे में.
ReplyDeleteतस्वीरें सुन्दर है.
रोचक व ज्ञानवर्धक पोस्ट। सुन्दर चित्र।आभार।
ReplyDeleteसंजय, जब तुमने गलती समझायी, तो उसके बारे में खोज कर पढ़ना ही पड़ा! :-)
ReplyDeleteआप के चित्र मुझे भी पढ़ने को बाध्य कर रहे हैं।
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