ईस्टबैंक डेमेरारा, गुयानाः डायमंड सामुदायिक केंद्र में मीटिंग चल रही थी और मेरा ध्यान बार बार बाहर स्टेडियम की सीढ़ियों पर बैठे इस बच्चे की ओर जाता था, जो इंतज़ार कर रहा था कि कब हमारी मीटिंग स्माप्त हो और कब खाना बाँटा जाये, ताकि वह भी कुछ खाना पा सके!
East Bank Demerara, Guyana: Eravamo riuniti presso il centro comunitario di Diamond e ogni tanto tornavo a guardare il bambino sulle scale dello stadio locale che aspettava la distribuzione del cibo alla fine della riunione, per poter ricevere qualcosa da mangiare.
एक लाईन में आप बहुत हृदय स्पर्शी बात कह गये, सुनील भाई.
ReplyDeleteएक तस्वीर सौ शब्दो की बात कह जाती है.
ReplyDeleteअजिब संयोग देखिये, ट्रेक्टर खेती के काम आता है और बच्चा खाने का इंतजार कर रहा है. एक कठोर है दुसरा मासुम.
सुनिलजी आप लौट आएं है, आपका स्वागत करता हूँ.
क्या कहूं और क्या लिखूं ,अपने मनुष्य होने पर शर्म आती है. मनुष्य के पास बिलियन-ट्रिलियन डॉलर हथियारों के लिए तो है रोटी के लिए नहीं है.
ReplyDeleteकैसी विडंबना है .
shameful truth of the world!
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