Till you have a personal experience of deep sadness, it is difficult to understand its suffering. To see your loved ones or friends suffer from sadness, to feel unable to help and feel guilty about it, is also a suffering. Sadness can be treated by medicines but there is no medicine for life's pains and problems. The subject of today's images is sadness and the images are from Delhi (India), Cape Town (South Africa) and Abaetetuba (Brazil).
जब तक आप को स्वयं गहन उदासी का व्यक्तिगत अनुभव न हो, उसके कष्ट को समझना कठिन है. अपने किसी प्रियजन या मित्र की उदासी को देखना, कुछ न कर पाना और इसके लिए स्वयं को दोषी समझना भी कष्टदायक है. उदासी का इलाज तो दवाओं से हो सकता है, पर दुख या जीवन की समस्याएँ दवा से नहीं सुलझती. आज की तस्वीरों का विषय है उदासी और यह तस्वीरें दिल्ली (भारत), केप टाउन (दक्षिण अफ्रीका) तथा अबाएतेतूबा (ब्राज़ील) से हैं.
Finché non hai una tua personal esperienza della tristezza profonda, non riesci a capire pienamente la sua sofferenza. Vedere i tuoi cari o amici soffrire dalla depressione, non sapere cosa fare e sentirsi colpevoli per questo, è un'altra sofferenza. La tristezza può essere curata con le medicine, ma non vi sono medicine che possono curare i dolori e i problemi della vita. Il soggetto delle immagini di oggi è la tristezza e le immagini sono da Delhi (India), Città del Capo (Sud Africa) e Abaetetuba (Brasile).
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तीनों वृद्ध है. क्या यह संयोग है? या फिर ये अपना जमाना पीछे छोड़ आएं है नया समय अनजान सा लग रहा है? उदासी बहुत कष्टदायक है. दुसरों की भी.
ReplyDeleteदक्षिण अफ्रीकी युवती वृद्ध नहीं थी. पर शायद वृद्ध होने पर दुख बढ़ जाते हैं!
Deleteतस्वीरें कमाल की हैं, खासकर पहला वाला....
ReplyDeleteउदासी कष्टदायक तो है ही, पर खुशी और उदासी जीवन के दो पहलु है.. आप सिर्फ एक को नहीं चुन सकते; किसी एक को चुनते ही दूसरा स्वत: उसके साथ ही चला आता है.. ऐसे ही जैसे किसी सिक्के के केवल एक पहलु को नहीं चुना जा सकता...
धन्यवाद प्रशांत. सुख दुख दोनो जीवन का अभिन्न और आवश्यक हिस्सा हैं, दिक्कत तब होती है जब उदासी इतनी बढ़ जाये कि इन्सान कुछ भी न कर या सोच पाये.
Deletesabhi bahut sundar foto.
ReplyDeletedhanyavad ashok ji :)
Deleteहँसी या सुख के क्शण उर्जा से भरपूर होते हैं .और दुख भरे उतने ही नकारात्मक ....साफ़ झलकता है तस्वीरों में भी ....
ReplyDeleteक्शण=क्षण *
ReplyDeleteअगर उदासी की वजह हो, प्रियजन का खोना या अपनो से दूरी, तो उसे सुहानूभूति मिल जाती है, जब बीमारी बन जाये तो लोग नहीं समझते. :)
DeleteNice Pictures .
ReplyDeleteTravel India
Thanks Vishal
DeleteLife isn't much different whether in India or Brazil or anywhere!
ReplyDeleteThanks Tom. And emotions are the same everywhere ..
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