एशियाई वस्त्रों की दुकानों की पुतलियाँ थाईलैंड, चीन तथा अमरीका से. क्या आप के विचार में यह पुतलियाँ भी मूर्तियाँ यानि शिल्पकला होती हैं?
Manichini dai negozi di vestiti asiatici da Thailandia, Cina e Stati Uniti. Secondo voi, anche i manichini sono delle sculture e perciò, parte dell'arte?
***
Lovely! agree to some extent.
ReplyDelete:)) Thanks Anupam
Deleteबिलकुल
ReplyDeleteशिल्पकला तो होती ही हैं पर इन्हें कभी वो स्थान नहीं मिल पाया जो एक शिल्प को मिलनी चाहिए.. शायद पूरी तरह से व्यापारीक उपयोग होनें के कारण ये हासिए पर चली गयी...
ReplyDeleteयह बात तो है कि जिसका उपयोग व्यपार में होगा, उसमें कला कम दिखती है. धन्यवाद प्रशांत
DeleteLovely captures .
ReplyDeleteTravel India
Thanks Vishal
Delete