These pictures are from Mozambique. The fishermen's village was close to where we were staying. I had woken up early in the morning and was walking along the sea, absorbed in clicking pictures, when suddenly I realised that there was a row of persons sitting along the edge of water. I thought they were looking at me apprehensively and I was a little embarassed. It reminded me of travelling by trains in India, when there is a row of people sitting next to the railway lines for their morning needs.
Take a look at pictures of Kalyan Varma if you like wildlife - he is great. Another one I like is Sibghuworld.
दिन की धूप में तस्वीरों की गहराई कम हो जाती है, जबकि सुबह और शाम को रोशनी कम होती है जिससे तस्वीरें अधिक सुंदर आती हैं. आज की तस्वीरें हैं मोज़ाम्बीक से, जिन्हें खींचने के लिए मैं सुबह सुबह उठा था. मछुआरों का यह गाँव हमारे होटल के करीब ही था. समुद्र किनारे चलते चलते मेरा ध्यान तस्वीरें खींचने में था, लग रहा था कि जगह सुनसान हो. तभी दिखाई दिये वे लोग जो सुबह के अँधेरे में सागर किनारे उकुड़ु बैठे थे और मेरी तरफ देख रहे थे. भारत में रेल यात्रा की याद आ गयी. सुबह उठो तो रेल की पटरियों के साथ ऐसी ही लाईन लगी होती है धोतियाँ ऊपर उठाये उकुड़ु बैठे लोगों की.
दो नये भारतीय फोटोब्लोग देखे जो मुझे बहुत अच्छे लगे, कल्याण वर्मा का जँगली जीवन का चिट्ठा बहुत सुंदर है. दूसरा चिट्ठा जिसकी तस्वीरें मुझे अच्छी लगीं है सिबगुवर्ल्ड का.
"आज कल इस चिट्ठे पर तस्वीरें चढ़ाना कुछ कठिन सा हो गया है. बहुत कोशिश के बाद भी कुछ तस्वीरें नहीं चढ़ा पाता हूँ और कुछ तस्वीरें आधी ही दिखती हैं. इसका कारण मुझे समझ नहीं आया."
ReplyDeleteमैने देखा आप फोटो को ब्लोगर के माध्यम से अपलोड करते हैं.. इसमे काफी तकलीफ आती है. आप मैरा तरीका अपना सकते हैं. http://www.photobucket.com पर अपना एकाउंट खोल लें. फिर फोटो को वहाँ अपलोड करते है. यह साइट फोटो के साथ उसका लिंक एड्रेस भी देती है. उसे कॉपी कर लें. और पोस्ट लिखते समय HTML टेब दबाएँ.. तथा एक कोड लिख दें...
div align=center
img src=" your link address "
/div
हर लाईन के शुरू में"<" तथा अंत में ">" लगा दिजीएगा. मैंने उपरोक्त कोड में ये नही लगाया है.. नही तो कोड दिखता नही.
वाह सुनील जी, आपके पास तो खजाना है पूरा
ReplyDelete