Thursday, 5 October 2006

Passenger - यात्री - Passeggero

Geneva, Switzerland: As you get down from a crowded bus, this person in the middle of the way, searching something from her purse blocks you, making you feel slightly irritated till you realise that the person is a statue.

जेनेवा, स्विटज़रलैंड - भीड़ में बस से उतरो तो बीच में रुका यह यात्री जो अपने पर्स में से कुछ खोज रहा है, रास्ता रोक लेता है. जल्दबाज़ी में थोड़ी सी खीज आ सकती है पर जब समझ में आता है कि मूर्ती है तो अपनी खीज पर हँसी भी.

Ginevra, Svizzera: Mentre scendi giù da un bus affollato, lo trovi in mezzo alla strada che ti blocca mentre cerca qualcosa dalla sua borsa. Magari ti senti un po' irritato finché capisci che è una statua.




2 comments:

  1. सार्वजनिक स्थानो के सौंदर्यकरण का एक तरीका ऐसे शिल्पो से सजाना भी हैं. यह तरीका मुझे बहुत पसन्द आया. साथ ही जो ध्यान खिंचता हैं वह हैं साफ सुथरा बस-स्टेशन.
    बिखरे पत्ते उतने ही भले लग रहे हैं जितने की बिखरे कागज खराब लगते हैं.
    इस मूर्ति को समय-समय पर बीट (बिस्टा) से मुक्ति मिल जाती होगी. :)गंदा सहयात्री कौन पसन्द करेगा?

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