Wednesday, 7 January 2015

Nehru & kids - Nehru e bimbi - नेहरु और बच्चे

Nehru with children terracotta statues, Guwahati, Assam, India - Images by Sunil Deepak, 2014
Nehru with children terracotta statues, Guwahati, Assam, India - Images by Sunil Deepak, 2014
Nehru with children terracotta statues, Guwahati, Assam, India - Images by Sunil Deepak, 2014

Guwahati, Assam, India: India's first prime minister Pandit Nehru's name is associated with children. Partly it was due to ideals of the India's struggle for independence, partly because those were innocent times, and thus Nehru had that kind of image. In 1962 when he had come to our school, among those welcoming him, I was also there. Today no politician can get that kind of importance among children. I liked these grey terracotta stautes in the Nehru park.

गुवाहाटी, असम, भारतः भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरु का नाम बच्चों के साथ जुड़ा है. सन् 1950-60 में कुछ स्वतंत्रता संघर्ष के आदर्शों का प्रभाव था, कुछ वह समय ही मासूम था, जिससे नेहरु जी की इस तरह की छवि बन गयी थी. जब 1962 में वह हमारे स्कूल में आये थे तो उनका स्वागत करने वालों में मैं भी था. आज के समय के बच्चे किसी राजनीतिज्ञ को इतना महत्व नहीं देते. यहाँ के नेहरु पार्क में भूरे रंग की यह टेराकोट्टा की मूर्तियाँ मुझे बहुत अच्छी लगीं.

Guwahati, Assam, India: Il nome del primo primo-ministro dell'India Pandit Nehru, è associato con i bambini. In parte per gli ideali della lotta per l'indipendenza e in parte perché erano tempo più innocenti, Nehru era riuscito a costruire questa immagine. Nel 1962 quando lui era venuto alla mia scuola, ero tra quelli che gli avevano dato il benvenuto. I bambini di oggi non danno tanta importanza a nessun politico. Al Parco Nehru della città, mi sono piaciute queste statue grigie di terracotta.

***

13 comments:

  1. लोकतंत्री विचाराऍ विकास पर नज़र डालनी चाहिए |
    वाल्तेयर और फ्रांसीसी महापुरुषों को याद करना चहिए ||
    जिसने दिया चुनॊती मजहवीख्यालो को नाज बकरना चाहिए |
    भारत कला का केंद्र विंदू है ,यहां वच्चा -वच्चा प्यारा है ||
    मेहरबानीयां इन्शानियत यहां की ,दार्शनिक सत्य के खोजी रवैया हमारा है |
    भारत वर्ष हमारा है !यह भारत वर्ष हमारा है ! भारत वर्ष हमारा है !!!

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    1. सुखमंगल जी आप को इस कविता के लिए बहुत धन्यवाद

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  2. मूर्तीयां सचमुच बहुत अच्छी हैं.....

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    1. धन्यवाद प्रशांत :)

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  3. सुनील दीपक जी आप के खोजपूर्ण प्रयास की जीतनी भी तारीफ की जाय कम ही होगी | बहुत बहुत शुभकामनाएं !

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    1. धन्यवाद सुखमँगल जी

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    2. आभारी हूँ आपने स्नेहिल प्यार का सर !
      आपके स्वागत में -
      अपने जो देश के लिए जीता है,
      देश क सच्चा मीत होता है|
      जो देशके लिए कल्याण करताहै,
      देश में उसी का नाम होता है|
      उसी का देश में कल्याण होता है,
      जिसने समाज का मान रखता है|
      देश उसीका गुणगान करता है,
      जिसने राष्ट्र का कल्याण किया है|
      समाज को आगे बढ़ाना शान है,
      राष्ट्र का जिससे बढ़ता मान है||

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