tag:blogger.com,1999:blog-3518592736648994499.post623115024063570711..comments2024-03-03T14:28:44.862+05:30Comments on Chayachitrakar - छायाचित्रकार: Lovers' talk - प्रेम की बतियाँ - Parole d'amoreSunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3518592736648994499.post-89892411083853112732007-01-05T09:47:00.000+05:302007-01-05T09:47:00.000+05:30बतिया-वतिया सही है, पर आप प्रेमियों के पीछे क्यों ...बतिया-वतिया सही है, पर आप प्रेमियों के पीछे क्यों पड़े है? :) :)<br><br>यह दिल्ली का नजारा ही होगा जहाँ प्रेम से बतिया को जगह अब बहुत कम बची है. वो तो शुक्र है यहाँ बजरंगी मार्का संस्कृति रक्षको का कोप नहीं है.संजय बेंगाणीwww.tarakash.com/joglikhinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3518592736648994499.post-46812827252804471502007-01-05T06:39:00.000+05:302007-01-05T06:39:00.000+05:30बहुत खूब, ये दिल्ली के पुराने किले का हिस्सा तो नह...बहुत खूब, ये दिल्ली के पुराने किले का हिस्सा तो नहीTarunwww.readers-cafe.netnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3518592736648994499.post-88841192090868216152007-01-05T04:57:00.000+05:302007-01-05T04:57:00.000+05:30दो दिल मिल रहे हैं मगर चुपके-चुपके...सुन्दर चित्र ...दो दिल मिल रहे हैं मगर चुपके-चुपके...<br>सुन्दर चित्र सुनील जी।श्रीश । ई-पंडितhttp://epandit.wordpress.com/noreply@blogger.com