tag:blogger.com,1999:blog-3518592736648994499.post3803165707106890395..comments2024-03-03T14:28:44.862+05:30Comments on Chayachitrakar - छायाचित्रकार: For surviving - Per sopravvivere - जीने का सवालSunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3518592736648994499.post-76412874717262487042008-12-10T19:23:00.000+05:302008-12-10T19:23:00.000+05:30आदमी पेट के लिए क्या नहीं करता। यहाँ आज कल शादी की...आदमी पेट के लिए क्या नहीं करता। यहाँ आज कल शादी की पार्टियों में इसी तरह मूर्ति बन कर लोगों को खड़ा करने का फैशन चल निकला है। एक शादी में गए तो महाराजा, शंकर-पार्वती, राधा-कृष्ण और भी तकरीबन सात लोग मूर्तियाँ बन खड़े थे।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3518592736648994499.post-42588488172205880832008-12-10T18:39:00.000+05:302008-12-10T18:39:00.000+05:30नहीं कोई विज्ञापन नहीं कर रहा था, बस पैसे माँग रहा...नहीं कोई विज्ञापन नहीं कर रहा था, बस पैसे माँग रहा था और उसके सामने रखे हैट में कोई पैसे डालता तो वह तुरंत मुद्रा बदल कर उसे धन्यवाद देता.Sunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3518592736648994499.post-2715985110860515422008-12-10T15:26:00.000+05:302008-12-10T15:26:00.000+05:30यह किसी का विज्ञापन कर रहा है या सीधे ही पैसे माँग...यह किसी का विज्ञापन कर रहा है या सीधे ही पैसे माँग रहा है? कलाकार है, ठंड भी इसकी परीक्षा ले रही है.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3518592736648994499.post-21197642434911284482008-12-10T13:54:00.000+05:302008-12-10T13:54:00.000+05:30शरीर पर रंग भी पुता है जो ठण्डक के लिहाज से शायद औ...शरीर पर रंग भी पुता है जो ठण्डक के लिहाज से शायद और कष्टपूर्ण हो । बनारस में नक्कटैय्या(सूर्पनखा की नाक काटने की रामलीला) के मेले में 'लाग' सजाये जाते हैं जिनमें ऐसे ही कष्ट से बच्चे गुजरते हैं । क्या देखने वाले लड़के के लिए पैसे छोड़ते हैं?Anonymousnoreply@blogger.com